नमस्कार दोस्तों। आज हम एक और इंटरस्टिंग टाॅपिक पर आपसे चर्चा करने वाले हैं। आज का हमारा विषय है गोलगप्पे Pani Puri। यम्मी, टेस्टी, सुपर्ब, वाओ, ये कुछ ऐसे शब्द हैं जो आपके पेट में गोलगप्पा जाते ही आपके मुंह से फूट पड़ते हैं। दुनिया में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसे गोलगप्पे खाना पसंद न हो। इसका नाम सुनते ही सबके मुंह में पानी आने लगता है। जैसा कि आप सब जानते हैं, गोलगप्पे Pani Puri को अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोलगप्पे को इंगलिश में क्या कहते हैं? वी आर हंडरेड परसेंट श्योर आपको नहीं पता होगा। चलिए हम बताते हैं। गोलगप्पे को इंगलिश में कहा जाता है वाॅटर बाॅल्स।
दोस्तों, इन दिनों लाॅकडाउन चल रहा है। कुछ जगहों पर अनलाॅक भी किया गया है लेकिन बहुत कम समय के लिए। इसका कारण है कोरोना। इस कोरोना काल में आप जिस चीज़ को सबसे ज़्यादा मिस कर रहे हैं वो पक्का गोलगप्पे Pani Puri ही होंगे। क्यों सही कहा ना? चलिए जब लाॅकडाउन खुलेगा तब जी भर के गोलगप्पे खा लीजिएगा। लेकिन फिलहाल आपको बताते हैं कि गोलगप्पे का इतिहास क्या है। अखिर यह भारत में कहां से आया है?
मगध से है गोलगप्पे Pani Puri का कनेक्शन
दोस्तों, आज जो गोलगप्पा आप चटखारे लेकर खाते हैं, दरअसल उसकी शुरूआत मगध क्षेत्र से हुई थी। इसे आजकल दक्षिणी बिहार कहा जाने लगा है। सबसे पहले गोलगप्पे Pani Puri को मगध में ही बनाया गया था। इसके बाद यह पूरी दुनिया में बनाया और पसंद किया जाने लगा। जिस प्रकार आज गोलगप्पे को विभिन्न नामों से जाना जाता है, तो उस समय जब यह पहली बार बना था तब इसका क्या नाम रहा होगा इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। कुछ लोगों का कहना है कि इसे प्राचीन काल में फुल्की के नाम से जाना जाता था।
महाभारत के साथ कनेक्शन
पौराणिक मान्यता के अनुसार जब एक बार कुंती अपनी नई-नवेली बहु द्रौपदी की पाक कला को जांचने पहुंची तो उन्होंने द्रौपदी को थोड़ा सा आंटा और आलू दिया। उन्होंने कहा कि इससे ऐसा कुछ तुम्हें बनाना होगा कि तुम्हारे पांचों पतियों यानी पांचों पांडवों का पेट भर जाए। द्रौपदी ने अपनी पाक कला का बेहतरीन प्रदर्शन किया और कम सामान का इस्तेमाल करके Pani Puri ही बनाए थे। उसे खाकर पांडवों का पेट भी भर गया था और वो उन्हें स्वादिष्ट भी लगे थे। ऐसा माना जाता है कि इसके बाद ही कुंती ने द्रौपदी को अमरता का वरदान भी दिया था। चलिए गोलगप्पे से जुड़ा एक और रहस्य जानते हैं।
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शाहजहां के साथ भी कनेक्शन
बहुत से इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि सबसे पहले जब 17वीं सदी में मुगलों का शासन हुआ करता था। तब शाहजहां के राज में इसे पहली बार बनाया गया था। उनका कहना है कि जिस समय शाहजहां ने अपनी राजधानी पुरानी दिल्ली को बनाया था। तब वहां रह रही शाहजहां की प्रजा यमुना के खारे पानी को पीकर परेशान हो गई थी। रोज़ इसकी शिकायत सुन कर शाहजहां भी तंग आ चुके थे।
उस दौरान हकीम साहब ने शाहजहां को यह सलाह दी कि इस परेशानी से बचना है तो लोगों को तले हुए तथा मसालेदार स्नैक्स का प्रयोग करना चाहिए। इनके साथ ही इस समस्या से निपटारे के लिए दही का उपयोग भी बढ़ाना पड़ेगा। इतिहासकार बताते हैं कि इसके बाद ही शाहजहां की प्रजा के कुछ लोगो ने इस पर प्रयोग किया और तब जाकर गोलगप्पे Pani Puri का पहली बार आविष्कार हुआ था। शाहजहां के राज में काम करने वाले मजदूर जब एक स्थान से दूसरे स्थान काम ढूंढने जाने लगे तो ये गोलगप्पे भी वो अपने साथ ले जाने लगे। ताकि भूख लगने पर इसे खाया जा सके।
इस प्रकार गोलगप्पे Pani Puri का विस्तार हो गया और दूर-दूर तक यह डिश फेमस हो गई। देखते ही देखते दुनिया भर के लोगों के पसंदीदा स्नैक्स के रूप में गोलगप्पे ने अपनी जगह बना ली। अब तो केवल रेहड़ी या दुकानों तक ही गोलगप्पा सीमित नहीं रहा है, बल्कि अब तो यह होटल और रेस्टोरेंट में भी काफी ज़्यादा बिकने लगा है। महिलाओं ने अब इसे घर पर भी बनाना शुरू कर दिया है। जिससे कोरोना काल में लोग गोलगप्पे खाने के लिए बाहर न जाएं। गोलगप्पे को अगर ‘‘चाट किंग’’ कह दिया जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
गोलगप्पे खाने के फायदों के बारे में शायद ही कोई जानता हो। गोलगप्पे Pani Puri को खाने से हमें एसिडिटी से काफी हद तक राहत मिलती है। क्योंकि इसके साथ जो पानी दिया जाता है उसमें हींग मिला होता है। हींग हमारी सेहत के लिए काफी अच्छा है। साथ ही अगर किसी को मुंह में छाले निकल आएं तो उसे गोलगप्पे जरूर खाने चाहिए। ऐसा करने से छालों से आपको राहत मिल जाती है। अगर आपके किसी अपने का या आपका मूड अच्छा नहीं हैं तो उसे भी गोलगप्पे खाने चाहिए। इससे मूड फ्रेश हो जाता है।
कहा जाता है कि अगर किसी भी चीज़ की अति करें तो उसका हमें फायदा नहीं, बल्कि नुकसान झेलना पड़ता है। इसी तरह गोलगप्पे Pani Puri खाने के फायदे अगर हैं तो नुकसान भी हैं। अकसर देखा जाता है कि गोलगप्पे वाला गोल्गप्पे खिलाने के समय जल्दबाजी करता है। एक गोलगप्पा खत्म हुआ नहीं कि दूसरा लेकर तैयार रहता है। इस चक्कर में कभी कभी हम गोलगप्पे जल्दी खाते हैं। इससे गोलगप्पा आपके गले में अटकना तय है। तब गोलगप्पे का पानी आपके पेट में नहीं, फेफड़ों में चला जाता है जोकि जानलेवा भी हो सकता है। ये भी हो सकता है कि आपकी मौत हो जाए।
क्योंकि अगर गोलगप्पे का पानी आपके फेफड़ों में गया तो आपकी सांस की नली चोक हो सकती है या फिर आपको हार्ट अटैक भी आ सकता हैै। कई बार दोस्तों में गोलगप्पे Pani Puri खाने को लेकर शर्त लग जाती है कि कौन कुछ निश्चित समय में सबसे ज़्यादा गोलगप्पे खा सकता है। ऐसा भूल कर भी न करें। शर्त से ज़्यादा आपकी जान जरूरी है। अगर आप गोलगप्पे खा रहे हैं तो ध्यान रखें कि आप इसे अपने गले के पास सीधा न ले जाएं। पहले उसे अपनी जीभ पर रखें और फिर धीरे-धीरे उसे अपने गले तक ले जाएं। जब आप जल्दी-जल्दी गोपगप्पे Pani Puri खाते हैं तो फूड पाइप में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और कई बार छाले भी निकल आते हैं। चलिए अब जानते हैं कि इसे कहां किस नाम से बुलाया जाता है।
फुल्कीरू
उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में इसके फुल्की नाम से जाना जाता है।
बताशारू
हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में यह बताशा कहे जाते हैं।
पानी पूरी Pani Puri:
महाराष्ट्र के अधिकांश भागों में इसे पानी पूरी भी कहा जाता है।
टिक्की:
मध्यप्रदेश के हौशंगाबाद इलाके में इसे टिक्की नाम से पुकारा जाता है।
पुचका:
बंगाल और असम में गोल.गप्पे को पुचका नाम से पहचाना जाता है।
पकौड़ी:
गुजरात के एक बड़े हिस्से में बेसन के लच्छों के साथ मिलने वाले Pani Puri को पकौड़ी नाम से भी पुकारा जाता है।
गुपचुप:
तेलंगाना, हैदराबाद, उड़ीसा और दक्षिण झारखंड में गोल गप्पे को गुपचुप नाम से लोग पुकारते हैं।
पड़ाका:
वहीं उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में इसे पड़ाका कह कर पुकारा जाता है।
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क्या है इसके खाने का सही समय ?
बहुत से लोग सुबह के समय गोलगप्पा Pani Puri खाना पसंद नहीं करते। ज़्यादातर लोग इसे दोपहर या फिर शाम के समय ही गोलगप्पा खाने के लिए लालाइत रहते हैं। समोसा और कचैड़ी के बदले गोलगप्पे खाना आपके लिए सेहतमंद स्नैक है। अब बात करते हैं कि किन लोगों को गोलगप्पे खाने से बचना चाहिए। जैसा कि आप जानते हैं, गोल.गप्पे में अधिक मात्रा में नमक इस्तेमाल होता है। यही कारण है कि हार्मोनल प्रॉब्लमए एडिमा ;जिनके शरीर में पानी रुकने की दिक्कत होती हैद्धए दिल की बीमारीए किडनी की दिक्क़त वालों को गोलगप्पे Pani Puri का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए। साथ ही अगर आप गोलगप्पे का पानी बनाते समय साफ पानी का इस्तेमाल न करें तो इससे आपको पेट से जुड़ी बीमारियां जैसे पीलिया, दस्त, टाइफॉयड होने का खतरा बना रहता है।
इन बातों का रखें ध्यान
सूजी से बने Pani Puri गोलगप्पों से परहेज करने की कोशिश करें और आटे के गोलगप्पे खाएं।
गोलगप्पे में आलू की स्टफिंग के बजायए मूंग स्प्राउट्स या चने की स्टफिंग करें। ये स्वास्थ्यवर्धक होते हैं और गोलगप्पों के स्वाद को भी बढ़ा देते हैं।
मीठे पानी के बजायए खट्टा या पुदीना पानी खाने की कोशिश करें। कुछ विक्रेता विभिन्न प्रकार के गोलगप्पे के पानी का विकल्प भी देते हैं जैसे हींग, अजवाइन या जीरा। आप इन्हें आजमा सकते हैं क्योंकि ये पाचन में सहायक होते हैं।
गोलगप्पों में मीठी चटनी खाने से बचें।
आप मोटापे से परेशान हैं तो गोलगप्पों Pani Puri का आनंद लेने के साथ ही वर्कआउट करने का भी नियम बना लें।